If you are searching for a Motivational Poem in Hindi then you are in the right place. Here I’m sharing with you the best 15 Motivational Poem in Hindi which is amazing and full of confidence I’m sure you will like it and appreciate it. These Poems are specially for students and those people who are struggling in their life.
- ज़िन्दगी Motivational Poem in Hindi on Life
चल रही तो संवाद, रुके तो एक डरावना ख्वाब है ; ज़िन्दगी! मंजिल कहाँ है?
यहाँ हम सब हमसफ़र हैं। किससे पूछोगे? किसको खबर है।
पगडण्डी पर चलकर देखो कुछ तो राह दिखाती है। थमने से बेहतर है चलना
गति देती जाती है। रोक के देखो श्वास बावरो कुछ न कर पाने की फिकर सताती है।
फिर से देखो ध्यान मे लाकर एक पल मे ही ज़िन्दगी थम जाती है।
यूँ थमने से बेहतर है बढना, पल–पल गिरना;हर पल चलना।
अलग सोच के साथ–साथ नयी राह जो मिल जाती है।
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- स्वयं की पहचान Motivational Poem in Hindi on Self Identification
दिल की बातें भूल चुका है मन से ही टकराता है, तू तो है एक रेत का टीला फिर जल मे मिल जाता है।
बहादुरी देखी तेरी जो जल से भिड़ता जाता है। पहचानूँ कैसे तुझको; तू पल–पल बदलता जाता है।
हरफनमौला है बखूब जो, हवा के साथ ही उड़ जाता है। आँख दिखाने वाले की तू आँखों मे घुस जाता है।
जब चाहे सिकुड़कर ढ़ेर जब चाहे फिसलता जाता है। बन जाता है छोटा बच्चा जब नन्हे पैरों पर घर बनाता है।
मत बात़ कर विरोधियों की तू किससे घबराता है; हो खड़ा खुद की पहचान कर तू वही है,जो नहरों के घर बनाता है।
- स्वार्थपरता Motivational Poem in Hindi
बन चुके थे निस्वार्थ भ्रमर, जब हमारे पास रस था। भ्रमरपंक्ति सम मोतीबन्ध बनकर,
करते थे विचरण निशिदिन पग–पग पर।
लगती थी चिंगारी उनके अधर–वक्ष पर। जब होती निज–दम मे रसवृद्धि।
क्या अनोखे थे भ्रमर जो निज–ताल से गये थे भटक! अन्त: ज्वलन ने उनके भीतर को जलाकर राख कर दिया।
धुएँदार ज्वाला ने उनका रंग भी धुम्रसम कर दिया। लगते थे निग्रो;
जब हम उन्हें दूर से देखते थे। पास आकर बेशक उन्होंने अपना रंग साफ कर लिया।
उनके शरीर की चिंगारी से हल्की आँच हम पर भी पडी। कुछ घाव हमारे दिल पर हुए, जिससे हमारी काया झुलस गई।
हम पहुंचे जब उनके समीप और दिखाए अपने रक्त लिप्त नासूर।
बेचारे! नमक की थैलियाँ हमारे पास ले आए।
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- चरित्र–निर्माण Motivational Poem in Hindi on Character
विडम्बना भारी पडी, चरित्र के निर्माण मे। गुजरकर देखना पडा, निजस्वार्थ से निज प्राण मे। हूँ क्या मै,
मेरा अस्तित्व है क्या? बस कुछ हड्डी का ढाँचा है, एक मिट्टी की जान मे।
संकुचन की भीड़ छोडे, आज मै आजाद हूँ।
क्या कभी सोचा था मैंने कि मै खुद से ही अनजान हूँ। असीम शक्ति है मुझमे,
क्यों न इसका सत्कार करें? संग्रह कर लूँ नवज्योति को
और देश का पुनर्निर्माण करूँ।
आदर करूँ हर एक का, हर एक से शिष्टाचार करूँ। क्या होती है द्वेष–ईर्ष्या,
उससे मेरा अब क्या वास्ता। बदल चुका है चरित्र मेरा और बदल गया है रास्ता।
- डर नही Motivational Poem in Hindi on Fear
मौत तेरा डर नही नुष्य हूँ अमर नही। हाँ! खौफ तेरा आता है जब खास कोई हो जाता है।
क्यूँ न हँसकर उसे हँसाऊ? दिल मे भी बडे अरमान है जीना भी नही आसान है।
कर्म है जीना, यहीं धर्म है मरना मिट्टी से बनी देह ,मिट्टी मे ही मिलाना है । क्यूँ मै मिट्टी का दोष बताऊँ?
डरकर जीना भी मरना है मरकर जीना ही डरना है।
पिंजरे के उस पंछी को देखो भाग्य निर्रथक पंखो का कोसो। क्यूँ आजादी को कलंक लगाऊँ?
मौत से दुर्भावना मे लिप्त है क्यूँ जीवन की सार्थकता मौन।
कर्म करके पुण्य वीरो–सा कर्ज पूरा करके धरा का। क्यूँ शहादत को मौत बताऊँ?
सच है, अन्त मे तू साथ है यह मिथ्या नही सच बात है। क्यूँ अभी से गले लगाऊँ? तेल है तब तक तो दिया जलाऊँ।
- अपेक्षा Latest Motivational Poem in Hindi
रंग बदला–बदला सा है मौसमी मरीज़ का धूप घनी है; उड़ा है रंग, सतरंगी कमीज़ का। होश फाख्ता हैं आज; सूरज सर पर है, हाल पूछा है कभी, सडक पर खड़े फ़कीर का ?
रुक कर गुज़रना ही था मेरी राह से, तो ठहरे क्यूँ ? मुस्कुराकर उठा दिया परदा गरीब का। तुम्हारी महफ़िल मे भी कुछ कम चर्चे नही हमारे होड़ लगी ही रहती है, है कौन कितना यतीम का।
बहक गया था मै उस शख्स की च्दर छांव मे भूल बैठा मापना; घर से दर की दहलीज़ यार की। अब तो करने को नफ़रत भी मयस्सर नहीं हमारे, दिल खोल के बहा आये है पानी ज़मीर का।
समझ से परे है तुम्हारी समझ ‘मृग‘ रसूखदारों की फ़ितरत नही समझती ! अँधेरे को दिन का तो होते देखा है हुआ है कभी उजाला निशीथ का?
- मोड़ Motivational Poem in Hindi on the Way
हूँ इक मोड़ पर एक रास्ते के चौराहे देखता हुआ हर इक इंजन के इशारे।
इन वाहनों की भीड़ ने अपंगता सी दे दी है दोष भीड को या मैने अपनी कीमत खो दी।
हिचकता तो हूँ, डर भी है उन हॉर्न का जिद भी है साथी बनूँ कब तक मै मौन का ?
हौसलों मे घुँघरू बाँधे, ईंजनों से तेज दौड़े औरों को ध्वनित करूँ, किस्मतों का वेग मरूँ ।
- दिशा Motivational Poem in Hindi on Life Direction
रुक ज़रा कुछ होश ले अब थोड़ा सा सोच ले। बहुत हुई दुनियादारी
इसका रुख अब तू मोड़ ले। कंधों को तू थाम ज़रा
बेहतर शक्ति का कोष ले। भौतिकता का त्याग कर,
शेरों जैसा काम कर मिट्टी से ही भिडके आज,
मिट्टी को ही ओढ ले। इरादें तेरे नेक हैं
शिव जैसा विषपान ले। कल चलेंगे पथ पे तेरे,
उन पैरों का अभिमान बन सारथी बनकर विश्व का ,तू अंकुश को थाम ले।
दिशा न देना पंखों वाली ये अक्सर गिर जाते हैं,
पंखों से तो ‘पग‘ भले कटते हैं तो दिख जाते हैं।
- साहस Motivational Poem in Hindi
कुछ तो बात रही होगी ,हममे भी जवाँ यारो कि हमारे तेज से ज्वलित हुए वो बुरी नजर वाले,
जले–अधजले अंगो से वो नजर दोबारा फिर आए एक स्याही जैसे पन्ने पर यूँ झुंड बनाकर छाए,
शब्द न गये तब भी और बोल उठा वो शायर कि “शेर अकेला आता है,गीदड हुँकार लगाता है“।
- बस चलना है Motivational Poem in Hindi
तू काट पीड़ की दीन डगर सो आज भले,कल जाग मगर। तुझे चट्टानों से लडना है बस हँसना है और चलना है।
है भीतर धधकती ज्वलंत आग आँखों से बरसता हिमप्रपात। फिर भी तूफानो मे अड़ना है बस हँसना है और चलना है।
खो गये जो राह से लौट गए मत पूछ जो मन से हार गए। तुझे सीमाओं तक घटना है बस हँसना है और चलना है।
भले ही भीतर राख ही हो रख याद आँख मे आग ही हो। हर घर का दीपक बनना है बस हँसना है और चलना है।
वियोग क़ाल की समयधार मे वीर भूम से तिलक लगाकर। ना गिरना है, ना गरजना है बस हँसना है और चलना है।
- आज Motivational Poem in Hindi
भले वो खाक लिखता है, मगर वो आज लिखता है कल वो लिखता था चिंगारी,आज वो आग लिखता है।
उसे कोई कागज, न स्याही, न दवात दिखता है हर विषय कागज और कलम हथियार दिखता है।
सुनहरी यादों मे पिरोकर रिश्ते तमाम लिखता है खुद का जिक्र नही करता फिर भी किस्सा हर आम लिखता है।
उम्र भले ही कम है, अक्स उसमे हर उम्र का दिखता है हर दृश्य देखे भी नही उसने, मानो हर एक की आँख से दिखता है।
भले वो खाक लिखता है मगर वो आज लिखता है कल वो लिखता था चिंगारी,आज वो आग लिखता है।
- साधना Motivational Poem in Hindi
द्वंद्व है एक होर है,क्यूँ भीतर मे शोर है? साधना है; साध मन से, तेरा इस पर जोर है।
हुंकार है दिल से चली,क्यूँ खींचती सी डोर है? अंकुश लगा या भीतर जला, शोर जो घनघोर है।
साधना है; साध मन से, तेरा इस पर जोर है।
वो तप ही क्या जिसमे पीड़ा नही,खुशनुमा माहौल है।
दरिया को तू पार कर जा,जो करता है क्या ओर है ?
प्रसिद्धि यूं मिलती नही ,वजूद एक दिन का कमजोर है जोड़ता जा दिन को दिन से,यहाँ तिनको मे भी जोर है।
साधना है; साध मन से,तेरा इस पर जोर है।
- सार्थक–जीवन Motivational Poem in Hindi
चाँद को बस चमक की फ़िक्र थी, चाँदनी समेटता रहा सूरज को सब की फ़िक्र थी, रोशनी बिखेरता रहा।
साथ था चाँद को सितारों का, बादलों संग चमकता रहा सूरज ने भला कब हार मानी,अकेला रण मे तपता रहा।
हुई घटा चन्द्र पड़ा अकेला, अम्बर मे बेहाल हो गया बिल्कुल अकेला होकर सूरज और चमकदार हो गया।
आज सब पाकर भी चाँद का चेहरा दागदार हो गया और सब कुछ खोकर भी सूरज का रंग लाल हो गया।
- देश–प्रेम Motivational Poem in Hindi
बहुत हुई हाथों की लिखाई अब हथियार चाहिये।
चीर दे जो उस भ्रष्टाचार का सीना वो तलवार चाहिये।
बात वही पुरानी है मगर; ज़िन्दादिली की बात आज करता हूँ।
अपने देश की रक्षा खुद करे खुद्दार आज वो चाहिये।
फूँक दे श्वांस जो,
इस देश की गहराई मे वो ताकत है देश के नौजवानों मे मेरी।
ताकत को सही जगह लगाये वफ़ादार आज वो चाहिये।
याद करें उन वीरों को जो त्याग सिंहासन पर रहे।
थोड़ा विश्राम का त्याग करो गर इंकलाब फ़िर चाहिये।
भर दो खून पसीने से उनको जो बुनियाद खोखली हो चुकी दिल मे तिरंगा जिसके हो दिलदार आज वो चाहिये।
गुलामी की जंजीरें जिसको और फौलादी बना जाएं देश के खातिर मिटने से जिसमे ताजगी आ जाए उठो वीरो मुझे तुममे
‘सरदार‘ आज वो चाहिये।
- वीरगति Motivational Poem in Hindi
वादियां हज़ारों हैं, मेहमाँ आने–जाने है।
ऐ! मिट्टी बडी खुशकिस्मत है तू तूने यहाँ गुजारे जमाने हैं।
Thank you for reading Motivational Poem in Hindi I’m sure you would like it. Nowadays motivation is very important to encourage us. You can find many interesting poems on this website. You can share these Motivational Poems with your friends and family.
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